ऐसा एक संसार बनाऊं
ना हो जहाँ गम का अँधियारा |
हर इंसा को मिले जहाँ ,
कश्ती का हर किनारा ,
महफ़िलें तो हो बहुत पर,
गम का ना नामों निशाँ हो ,
ऐसा एक संसार बनाऊं ,
ना हो जहाँ गम का अँधियारा |
मुश्किलें मिल जाये कहीं तो ,
आसाँ हो जाये ये रास्ता तुम्हारा ,
अरमाँ हो पूरे दिल के सभी ,
और खिल जाये मुस्कान से ,
वो खुशनुमा चेहरा तुम्हारा|
ऐसा एक संसार बनाऊं ,
ना हो जहाँ गम का अँधियारा |- दीप्ति
Comments
नवरात्रि की आप को बहुत बहुत शुभकामनाएँ ।जय माता दी ।
बहुत ही खूबसूरत एवं बेहतरीन अभिव्यक्ति ।
dhanyvad
dhanyvad
mera to yahi manna hai
aapka dhanyvad
बहुत ही खूबसूरत एवं बेहतरीन अभिव्यक्ति
Sunil Kumar ji aapka blog mai aane ko dhanyvad
duniya se andhkar mite
dil se dil milte rahe
nafrat ki diwar hate
ehsas ji blog mai aane ko aapka aabhar
धन्यवाद
रोज मैं गीत नया गाता हूँ
सोने वाले को जगाता हूँ
आँधियाँ आती जाती रहती है
दीप को दीप से जलाता हूँ।
सादर
श्यामल सुमन
www.manoramsuman.blogspot.com
kripya yuhi aate rahiye
my blog name is www.onlylove-love.blogspot.com
if u free so visit it
aap aaye achha laga
aapka aabhar
http://sudhirraghav.blogspot.com/
--
विजयादशमी की हार्दिक शुभकामनाएँ!
or aapko bhi vijaydashmi ki hardik subhkamnaye
sabhi ke liye khushnuma sansaar
kammal he
badhai kabule