किसी की आत्मा के मर जाने से अच्छा उसका खुद मर जाना है क्योंकि इंसानियत रहेगी तभी इंसान भी बचा रहेगा। #दुनिया के फेर में फँसी दीप्ति
Posts
Showing posts from September, 2017
- Get link
- Other Apps
कल खाना बनाते हाथ जला तो यूँ ही कुछ लिखा हाथ का जलना क्रिया हुयी या प्रतिक्रिया ! सोच रही हूँ कढाही में सब्जी पक रही गरम माहौल है पूरी सेंकने की तैयारी आटा गूँथ लिया, लोई मसल बिलने को तैयार पूरियाँ सिक रहीं हैं या यूँ कहूँ जल रही है हाँ मैं उनको गर्म यातना ही तो दे रही फिर हाथ जलना स्वभाविक है अब समझी ये क्रिया नहीं प्रतिक्रिया ही है - दीप्ति शर्मा