ए बसंत तेरे आने से
ए बसंत तेरे आने से नाच रहा है उपवन गा रहा है तन मन ए बसंत तेरे आने से । खेतों में लहराती सरसों झूम रही है अब तो मानो प्रभात में जग रही है ए बसंत तेरे आने से । चिड़िया भी चहकती है भोर में गीत गाती है घर में खुशियाँ आती हैं ए बसंत तेरे आने से । खिल गयी सरसों बिखर गयी खूशबू मनमोहक हो गया नज़ारा ए बसंत तेरे आने से । ,,,"दीप्ति शर्मा "