दिल के अहसास

1. हर इक रस्म निभा जाना आसान नहीं,
बस सोचना ही आसान होता है ।

2. तस्वीरें अहसास कराती हैं
अपनों के पास होने का
उसकी अहमियत कोई समझे
ये जरूरी तो नहीं ।

3. दिल जल जाते हैं
हाथों को जलाने से क्या होगा
गर चाहे वो मुझे
तो याद आयेगी उसे
मेरे याद दिलाने से क्या होगा ।

4. जब नाम दिल पर लिखा हो
कागज से मिटाकर क्या पा लोगे
हस्ती है मेरे प्यार की रौशन
ख़्वाबों में जो तुम मुझे ना पाओ
तो ख़्वाब सुनहरे कैसे सजा लोगे ।

Comments

बेहद प्रभावशाली रचना!
बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
घूम-घूमकर देखिए, अपना चर्चा मंच
लिंक आपका है यहीं, कोई नहीं प्रपंच।।
--
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा कल शनिवार के चर्चा मंच पर लगाई गई है!
सुन्दर रचना ,
बधाई ,
सादर
अनुभव की स्पष्ट झलक..
बहूत हि सुंदर रचना...
शानदार।
बेहतरीन रचना।
बहुत सुन्दर
deepti sharma said…
aap sabhi ka bahut bahut aabhar
अच्छी रचनाएँ...
दिल से निकली सार्थक प्रस्तुति .. बहुत बढ़िया प्रस्तुति

Popular posts from this blog

कोई तो होगा

ब्लॉग की प्रथम वर्षगांठ

मेरी परछाई