ओ मीत

मेरे गीत तेरी पायलिया है ओ मीत तू मेरी सावरिया है| प्रेम गीत मैं गा रहा हूँ तेरे लिए ही आ रहा हूँ मिलन को बरस रही बादरिया है ओ मीत तू मेरी सावरिया है| मद्धम हवा साथ चली है दिल में दीपक सी उजली है देख छलक गयी गागरिया है ओ मीत तू मेरी सावरिया है| अगली पहर तक आ जाऊंगा तुझे दुल्हन बना मैं ले जाऊंगा नजरें उठा जरा तू दुल्हनिया है ओ मीत तू मेरी सावरिया है| © दीप्ति शर्मा