बहुत सारी भीड़ है | वो देश सुधार और भ्रष्टाचार को मिटाने का आन्दोलन कर रहे हैं , सारी सड़के जाम हैं , जनता बेहाल है , सरकार का बुरा हाल है , ये समाधान है या कोई व्यवधान है जो यहाँ हर कोई परेशान है तभी एक एम्बुलेंस दूर से आती है , उस भीड़ में वो फंस जाती है , मरीज की हालत गंभीर है पर कोई उसे निकलने नही दे रहा है क्यूँ की वो समाज सेवी है और देश का सुधार कर रहें हैं | नारें लगा रहें वो देखो लोगो का हुजूम बना और समाज चला रहे हैं वो जो तड़प रहा है अंदर देख उसे नजरे झुका रहे हैं न ही वो उनका सगा है न ही सम्बन्धी है फिर क्यों दिखावे में नहा रहें हैं तड़प रहा है वो इलाज को और देखो ये सब यहाँ भ्रष्टाचार मिटा रहे हैं | बहुत सारी भीड़ इकट्ठी है , सरकार के खिलाफ कुछ हैं जो सच में साथ हैं और कुछ लोग दिमाग से वहा और मन से दफ्तर में हैं , जहाँ कोई आएगा घुस देके जायेगा , वो दलाल है सरकार के जिनके आँखों में हमेशा से ही पट्टी बंधी है | सरकार के खि...