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Showing posts from 2019

संस्मरण

बच्चे कितनी जल्दी समझदार हो जाते हैं, अब लगता है सब समझने लगा है क्या अच्छा क्या बुरा बहुत बातें हैं धीरे धीरे एक एक कर बताऊँगी आज एक किस्सा पुराना है एक साल पर बताना जरूरी लग...

बदलते रंगों में

तुम्हारे चाहने से रंग नहीं बदलते प्रेम नहीं बदलते खून लाल ही रहता है और आसमान नीला जैसे प्रेम बढ़ता है खून अधिक लाल हो जाता आसमान अधिक नीला बढ़ते रंगों में हम-तुम एक से हो गये ...
दहलीज जो पार की, मुड़कर नहीं देखा पीछे पर दहलीज ताकती रही अपनों को तलाशती रही कि कोई आएगा अपना लौटकर इस पार #दहलीज का दर्द #बसयूँही #दीप्तिशर्मा