घने कोहरे में बादलों की आहट तैरती यादों को बरसा रही है देखो महसूस करो किसी अपने के होने को तो आहटें संवाद करेंगी फिर ये मौन टूटेगा ही जब धरती भीग जायेगी तब ये बारिश नहीं कहल...
ये वो माँ है जिसके सारे बच्चे अच्छे पद व रुतबे, कोठी व कार वाले हैं ये वो माँ है जिसने दो रुपये की खादी की साड़ी पहन बच्चों को अच्छे कपड़े पहनाये ये वो माँ है जो खुद भूखी रही पर बच...