1. हर इक रस्म निभा जाना आसान नहीं, बस सोचना ही आसान होता है । 2. तस्वीरें अहसास कराती हैं अपनों के पास होने का उसकी अहमियत कोई समझे ये जरूरी तो नहीं । 3. दिल जल जाते हैं हाथों को जलान...
सुनसान सी राह और छाया अँधेरा गिरे हुए पत्ते उड़ती हुयी धूल उस लम्बी राह में मैं अकेली थी । चली जा रही सब कुछ भूले ना कोई निशां ना कोई मंजिल उस अँधेरी राह में मैं अकेली थी । तभ...
भयावह रूप ले वो क्यूँ, इस तरह जिद् पर अड़ी है बड़ी क्रुर दृष्टि से देख रही मुझे देखो मौत मेरे सामने खड़ी है । ये देख खुश हूँ मैं अपनो के साथ जाने क्या सोच रही है कुछ अजीब सी मुद्...